Srijan Ke Beej by Ramesh Pokhariyal ‘Nishank’

यशस्वी शब्दसाधक डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के चिरंतन-चिंतक व्यक्तित्व की अक्षय प्रतीक ‘सृजन के बीज’ की ये कविताएँ निश्चय ही ‘सृजन की चेतना’ से अनुप्राणित हैं। यह कविता-संग्रह वस्तुतः कवि डॉ. निशंक के इंद्रधनुषी जीवनानुभवों का प्यारा-सा गुलदस्ता है, जिसमें हर्ष-विषाद, आशा-निराशा और सत्य-असत्य के शाश्वत झूले से झूलते हृदय की सजीव और सृजनात्मक झाँकियाँ पाठकों को अनायास मोहित कर लेंगी।
‘सृजन के बीज’ कविता-संग्रह की कविताएँ साहित्य की सभी कसौटी पर पूर्णतः खरी उतरती हैं। डॉ. ‘निशंक’ उदात्त-चिंतन और मानवीय संवेदनाओं के प्रति पूर्णतः समर्पित रचनाकार तथा समाज के उच्चतर जीवन-मूल्यों के पक्षधर हैं। इस कविता-संग्रह में भी उनका यही उदात्त-चिंतन यत्र-तत्र मुखर हुआ है।
प्रकृति, मानवीय संबंधों, जीवन-मूल्यों को भावप्रवण रूप में उद्घाटित करती लोकप्रिय कविताओं का पठनीय संकलन।

Publication Language

Hindi

Publication Access Type

Freemium

Publication Author

RAMESH POKHARIYAL ‘NISHANK’

Publisher

Prabhat Prakashana

Publication Year

2017

Publication Type

eBooks

ISBN/ISSN

9789352662555'

Publication Category

Premium Books

Kindly Register and Login to Shri Guru Nanak Dev Digital Library. Only Registered Users can Access the Content of Shri Guru Nanak Dev Digital Library.

SKU: 9789352662555.pdf Categories: , Tags: ,
Reviews (0)

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Srijan Ke Beej by Ramesh Pokhariyal ‘Nishank’”